The Greatest Guide To प्रेरणा कैसे पाएं
The Greatest Guide To प्रेरणा कैसे पाएं
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“मैंने आपको चोट पहुंचाने के बाद, आपने रेत में लिखा और अब, आप एक पत्थर पर लिखते हैं, क्यों?”
महात्मा गाँधी का सम्पूर्ण जीवन एक ऐसी किताब की तरह है जो हमें हर पेज को पलटने पर एक नयी शिक्षा देता है.
जब उसने तीसरी बार वही चुटकुला सुनाया तो कोई भी नहीं हंसा।
एक वृद्धा थी, शारीरिक रूप से इतना वृद्ध हो जाने के बाद भी बोझा ढोने जैसे काम उसे करनी पड़ती थी। बेचारी क्या करती पेट पालने के लिए शायद उसके पास कोई दूसरा रास्ता भी नहीं था। आज भी वह सड़क के किनारे इसी आशा में खंडी थी की कोई बोझा को उठाने में उसकी मदद कर दे।
बालक का त्याग, कोणार्क सूर्य मंदिर की कहानी
अपने लक्ष्य पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए।
“At forty several years old, and owning struggled with weight problems all my lifetime (I had been at 5’six″ and weighed 360 kilos), I shed and held off much more than a hundred and eighty pounds by using hypnosis. I didn’t want to spend my whole life remaining unfortunate, frustrated and obese. I couldn’t stand it any longer And that i realized if I didn’t website transform I was gonna die. I needed far more. I desired to be content, balanced and packed with really like and lifestyle. From that standpoint, I started on my journey to change how my head considered and worked.
दरिद्र व्यक्ति बोला – मुर्ख स्त्री कितने दिन हो गए हैं मेने भोजन तक नहीं किया है ऐसे में भूखा रहकर धन को कैसे उठा कर ला पाउँगा भला?
इनके अलावा भी अनेक सफल लोग हैं जिनकी कहानियां प्रेरणादायक हैं –
अपने भाई को कर्ज से मुक्त कराने के लिए गाँधी जी ने अपना सोने का कड़ा बेंच दिया और उसके पैसे अपने भाई को दे दिए.
आज मत बिगाडो – भगवान बुद्ध की प्रेरणादायक कहानी
पंचतंत्र की कहानी: बंदर का कलेजा – bandar ka kaleja
पूजा स्थल अधिनियम: अगली सुनवाई तक कोई नया मुकदमा दर्ज नहीं किया जाएगा-सुप्रीम कोर्ट
मिल देखने के बाद शास्त्रीजी मिल के गोदाम में पहुँचे तो उन्होंने साड़ियाँ दिखलाने को कहा। मिल मालिक व अधिकारियों ने एक से एक खूबसूरत साड़ियाँ उनके सामने फैला दीं। शास्त्रीजी ने साड़ियाँ देखकर कहा- "साड़ियाँ तो बहुत अच्छी हैं, क्या मूल्य है इनका?"